कई अरसे बाद मेरी दुआओं में असर आया,
लगा जैसे चाँद मेरे आँगन में उतर आया,
यूँ तो अक्सर ही मेरे ख़्यालों में रहा करते थे तुम,
अब तेरा ख़्याल तेरी तमन्ना में बदल आया,
हद-ए-बेबसी का आलम पूछो ना हमसे,
मैं मेरा न रहा,बस तेरा ही नज़र आया,
तेरी कुर्बत में हो जाऊं मैं "रौशन"
किया जो ज़िक्र तेरा,तू दिल में उतर आया।